भाग्येश #चर राशि में हो तो #विदेश में
भाग्येश #स्थिर राशि में हो तो #स्वदेश में
भाग्येश #द्विस्वभाव राशि में हो तो
कभी #स्वदेश में कभी भी #विदेश में काम करने से धन की प्राप्ति होती है।
अर्थात #भाग्योदय होता है।
1,4,7,10 -चर- मेष, कर्क,तुला,मकर
2,5,8,11 -स्थिर – वृष,सिंह,वृश्चिक,कुंभ
3,6,9,12 -द्विस्वभाव – मिथुन,कन्या,धनु, मीन
विदेश का मतलब यह भी होता है कि आप ऐसी जगह रहे जहां आपके जन्म स्थान की अपेक्षा एकदम अलग कल्चर हो
खान-पान वेशभूषा ,जलवायु और बोली
उदाहरण के लिए उत्तर प्रदेश का आदमी पश्चिम बंगाल में रहे।
या केरल, तमिलनाडु में रहे तो उसको एकदम अलग कल्चर मिलेगा।