मैं शनि हु!
अंको मैं 8
देखने मै गांठ!
व्यापार सारा मुझ में समाया!
राहु को मैंने आदेश फरमाया!
केतु भी मेरे साथ है आया!
मुख्य द्वार तूने मुझे ही बनाया!
मेरे बिना मजबूती कोई कर ना पाया!
किसने कितना है खाया!
किसने कितना है पाया!
सारा हिसाब मेरे पास ही तो आया!
ठंड का में कारक बताया!
इसलिए मैं सूर्य के साथ ना जम पाया!
सूरज ने मुझे पानी बनाया!
चंद्रमा का रूप भी मुझसे ही आया!
पानी चंद्रमा का कारक बताया!
मुझे देख कर मनुष्य है घबराया!
मेहनत से क्या कोई बचा है पाया!
मेहनत का मैंने रूप बनाया!
कठोर वर्क मेरी श्रेणी में आया!
जो मेरे सिद्धांत में खड़ा है पाया!
उसको मैंने राज कराया!
मेरी दशा में कोई राजा बन पाया!
राजे को भी मैं रोड पर लाया!
किसी को मैंने शराब खूब पिलाया!
किसी का जन्म जन्म पीना भी छुटवाया!
तेरी आंख पे काला चश्मा जो आया!
इसने तुझे हीरो बनाया!
काला रंग मेरा ही तो आया!
लंगड़े को मैंने दान कराया!
ज्यादा स्पीड में मैं चलना पाया!
ढाई साल तो कम से कम है लगाया!
मेरी माया से कोई बच ना पाया!
बहुतों को मैंने पार लगाया!
जिसने मेरा आशीर्वाद है पाया!
वह दुनिया में कहीं भी है टकराया!
उसका राज मैंने पूरा कराया!
Raajkumaar Verma
Numerologist