कुंडली विज्ञान|कौन सा काम से लाभ होगा…

कुंडली विज्ञान

कौन सा काम से लाभ होगा

प्रत्येक लग्न में धनेश,करमेश और लाभेश होते हैं

हो सकता है की धनेश ही लाभेश हो या कर्मेश ही लाभेश हो

धनेश दूसरा घर का मालिक हैं जबकि कर्मेश दशम घर का और लाभेश ग्यारहवें घर का मालिक है

लग्न के पास फैशन और चेहरा है

दूसरा घर के पास खानपान और बैंक बैलेंस

तीसरा घर के पास प्रक्रम है

चौथा घर के पास रत्न आभूषण है पेड़ पौधा और गाड़ी है भूमि भवन और वाहन है

पंचम घर के पास ज्ञान बुद्धि है और अचानक धन है

छठे घर के पास नौकरी मुकदमा और कर्ज लोन है रोग है कलह और
तनाव है

सप्तम घर के पास पत्नी और विवाह है यही नहीं व्यापार और पार्टनरशिप भी वहीं है

अष्टम घर के पास गुप्त विद्या है तो जमीन में गड़ा हुआ धन भी

नवम घर के पास धर्म है तीर्थ यात्रा है

दशम घर के पास पद है प्रतिष्ठा है सरकार भी है और कर्म भी

एकादश के पास लाभ है और पुरस्कार भी उपहार भी

द्वादश घर के पास अस्पताल है जेल है विदेश है

अब ध्यान दें

सूर्य के पास सोना है सूर्य के पास आग है सूर्य के पास सरकार है और सूर्य के पास पद और प्रतिष्ठा भी

चंद्र के पास दूध है पानी है सुंदरता है कला है तो कपड़ा भी और चांदी भी

मंगल के पास आग की भट्ठी है मंगल के पास खून मंगल के पास सेना है तो मंगल के पास ईट भट्ठी भी और तो और भूमि भी और इलेक्ट्रिकल सामान भी डॉक्टर भी

बुध में पास आवाज है बुध के पास बुद्धि है बुध के पास बैलेंस है तो बुध के पास कागज भी

गुरु के पास धर्म है गुरु के पास ज्ञान है गुरु के पास धार्मिक कार्य है

शुक्र के पास सुंदरता है तो सुख भी, शुक्र के पास विवाह है शुक्र के पास फैशन है शुक्र के पास कपड़ा भी है शुक्र के पास रत्न आभूषण है मिठाई भी उन्हीं के हाथ में है

शनि के पास लोहा है शनि के पास मजदूर है शनि के पास पेट्रोल है और तो और कोयला भी शनि के पास ही वाहन है रोग है

राहु के पर इलेक्ट्रिक है राहु के पास नशा है राहु के पास कल्पना है राहु के पास खोज है राहु के पास अविष्कार है और तो और राहु के पास इंजीनियर है

केतु के पास गुस्सा हैं केतु के पास किसी किसी चीज के प्रति तड़प है केतु के पास परिवर्तन है

अब किसी भी लग्न में कर्मेश और लाभेश और धनेश को पहले देखें

उद्धरण तुला लग्न में कर्म का मालिक चंद्र है और धन का मालिक मंगल और तो और लाभ का मालिक सूर्य

अब सूर्य और मंगल के पास क्या है जो चंद्र के तत्वों को फायदा दिला सके तो आग भला पानी को तो उबाल सकता है कपड़े को जला सकता है यहां तक सुंदरता को भी खाक कर सकता है तो फिर चंद्र से संबंधित काम हानि नहीं करेगा जी करेगा

अब देखना होगा कि चंद्रमा के पास कोई भी तत्व नहीं है जो सूर्य और मंगल के तत्वों को सपोर्ट करें

तो अब योगकारक ग्रह शुक्र के पास ही चलते है जो मंगल या सूर्य के तत्वों को सपोर्ट करें

अब शुक्र के पास भी कपड़ा है तो सूर्य के पास अग्नि मंगल के पास अग्नि अब पूरा खेल बिगड़ गया कपड़ा तो जलकर खाक हो जाएगा तो फिर शुक्र के पास ऐसा क्या है जिसका नुकसान मंगल या शुक्र दोनो में से कोई ना करे वो है वो है आभूषण क्यों की सूर्य के पास सोना है और शुक्र के पास फैशन और आभूषण तो तुला लग्न की कुंडली में सोने का आभूषण का काम किया जा सकता है

इसी लग्न में एक और काम है मिट्टी का कारक ग्रह मंगल है जो की धनेश है अग्नि का कारक ग्रह सूर्य है लेकिन इसमें ईंधन कौन देगा वो ग्रह है शनि देव जिनके पास कोयला और पेट्रोल है और तुला लग्न की कुंडली में भूमि के कारक ग्रह शनि ही हैं

अब एक चीज देखे सूर्य के कारक तत्वों में से अग्नि को अपने कोयले से बाल दे दिए अब ईट पकने का काम आसानी से हो जाएगा लेकिन इतनी बड़ी चीजों के काफी इन्वेस्ट चाहिए

लेकिन अब इसी चीज को उल्टा कर दे तो सब कुछ खत्म हो जाएगा पेट्रोल का काम करने से पम्प में आग लगने की संभावना बढ़ जाएगी

क्यों की पेट्रोल पम्प के मैनेजर के पास रखा पैसा में अग्नि तत्व है एक धनेश मंगल और दूसरा लाभेश सूर्य

इस तरह से यदि समझा जाए तो काम में हानि नहीं होगी

कर्क लग्न में देखा जाए तो धनेश सूर्य है तो लाभेश शुक्र यही और कर्मेश मंगल

लेकिन मंगल के पास भी अग्नि है और सूर्य के पास भी अग्नि मंगल के पास तो यहां पूरी सेना है तो सूर्य के पास सरकार लेकिन एक चीज है इन दोनों ही तत्वों को सुख से तो बनती है नही मतलब यह हुआ कि आप सेना में या सरकार चलाने जा रहे हैं तो सुख को भूल जाएं

फिर सुख का क्या काम

इसी लग्न में लग्नेश के पास सुंदरता है तो लाभेश के पास भी सुंदरता फिर शुक्र भी जल तत्व हैं तो कपड़े से रिलेटेड काम किया जा सकता है लेकिन फिर धनेश के पास अग्नि है सेम प्रोब्लम तुला लग्न जैसा

एक काम किया जा सकता है चंद्र के पास दूध है मंगल के पास अग्नि और शुक्र के पास मिठाई तो बन गया काम मतलब मिठाई का प्रोडक्शन

अब एक चीज और इसी लग्न में देखे सूर्य के पास सोना है चंद्र के पास चांदी शुक्र के पास आभूषण है रत्न है तो गुरु पास धन भी मतलब यहां पर भी सोना चांदी से रिलेटेड काम किया जा सकता है

अब मीन लग्न को लें कर्म का मालिक बुध हैं तो लाभ का मालिक शनि और धन का मालिक सूर्य

इसमें एक चीज आपने देखा लाभ का मालिक अस्पताल का मालिक और जेल का मालिक और विदेश का मालिक भी बने है शनि को ऐसा घर मिल गया है जो धनेश मंगल का पूर्ण सपोर्ट में हैं तत्वों का सपोर्ट मंगल के पास पुलिस है तो फिर शनि के पास जेल, मंगल के पास डॉक्टर है तो शनि के पास अस्पताल, मतलब अस्पताल का काम कानून में जेलर या पुलिस बना जा सकता है

याद रहे भाव के अनुरूप और ग्रह की स्थिति भी बहुत सारी चीजों के बारे में इसी परकार से देखा जा सकता है मकर लग्न में लग्नेश का संबंध लाभेश से हो तो भूमि से रिलेटेड काम किया जा सकता है और अस्पताल से रिलेटेड भी

क्यों की बुध 6 का मालिक है और 6 के पास रोग है मंगल के पास अस्पताल है

भूमि से रिलेटेड इसलिए की मंगल का संबंध लग्नेश से है और लग्नेश का संबंध घर बन जाने से 4 का मंगल भी मकर लग्न में भूमि से रिलेटेड काम करवा सकते हैं

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